दौरे पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार

दौरे पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार

आज के समय में कोई भी इंसान ऐसा नहीं होगा जिसको कोई समस्या न हो आजकल हर इंसान के अंदर कोई ना कोई दिक्कत या बीमारी जरूर मिलती है एक असामान्य दिखने वाले व्यक्ति के शरीर में भी कुछ ऐसी बीमारियां होती है जो कि हमें सामने से देखने पर दिखाई नहीं देती क्योंकि ये बीमारियां ऐसी होती है जो कि अचानक से रोगी के शरीर में उठती है.

इसी तरह की एक बीमारी दौरे पडना भी है जो कि एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है इससे रोगी बहुत परेशान होता है तो इस ब्लॉग में हम इसी बीमारी के बारे में बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम दौरे पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में जानेंगे.

दौरे पडना Seizures

वैसे तो हमारे शरीर में कई ऐसी बीमारियां होती है जो कि दौरों के रूप में उठती है लेकिन यह बीमारी एक ऐसी बीमारी है जो कि दौरा पड़ने के नाम से ही जानी जाती है वैसे इस बीमारी का नाम सीजर होता है इस बीमारी में रोगी हमें सामान्य दिखाई देगा लेकिन जब उसको दौरा पड़ता है

तब उसका मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है और इससे रोगी कई अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां करने लगता है क्योंकि दौरा पड़ने पर रोगी की चेतना नष्ट हो जाती है.

जिससे उसके शरीर में होने वाली गतिविधियां और उसके द्वारा की जाने वाली कोई भी हरकत का उसको अंदाजा नहीं होता दौरा पड़ने पर रोगी के पूरे शरीर में इसके लक्षण दिखाई देते हैं और इससे उसका पूरा शरीर लड़खड़ा ने लगता है लेकिन जब रोगी के दौरे का समय समाप्त हो जाता है तब रोगी वापस से सामान्य हो जाता है हालांकि अगर दौरा पड़ने पर रोगी को सही से उपचार न मिलेने .

उसकी सही देखभाल न की जाए तो इससे उसके शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है जो कि उसको पूरे जीवन परेशान करेगी इसलिए अगर आपके आसपास या आपके परिवार में भी कोई ऐसा इंसान है जिसको यह समस्या है तब आपको उसकी देखभाल जरूर करनी चाहिए और उसको कभी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए

कारण Reason

अगर दौरा करने के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के कई कारण होते हैं क्योंकि हमारे मस्तिष्क में कई ऐसी तंत्रिका होती है जो कि हमारे मस्तिष्क में विद्युत आवेगो का संचार करती है और उनका आदान प्रदान करते हैं लेकिन जब हमारे मस्तिष्क की तंत्रिका में किसी प्रकार की रुकावट आती है

तब इसके कारण रोगी को दौरा पड़ता है इसके अलावा भी कई और कई कारण हो सकते हैं. जैसे रोगी को तेज बुखार रहना, रोगी का गुर्दा खराब होना, रोगी के लिवर में खराबी होना, रोगी का बीपी हाई व लो होना,रोगी के सिर पर गहरी चोट लगना, सिर पर अचानक लगी चोट से तंत्रिकाओं में खून जमा होना,

ज्यादा नशीली चीजों का सेवन करना अलग-अलग प्रकार की अलग-अलग प्रकार की एलोपैथिक दवाओं का सेवन करना, रक्त में ग्लूकोज की कमी होना, खून में सोडियम की कमी होना, ज्यादा उत्तेजक खाद्य पदार्थों का सेवन करना, अधिक समय तक मानसिक तनाव चिंता व शोक आदि से ग्रस्त रहना आदि इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं

लक्षण

Symptoms in Hindi  – अगर इस समस्या के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो जब किसी इंसान को अचानक दौरा पड़ता है तब उसके शरीर में कई अलग-अलग लक्षण दिखाई देने लगती है जैसे रोगी के शरीर में कंपन होना, रोगी के हाथ पैर बिल्कुल लड़खड़ा ,रोगी को बेहोशी हो जाना, रोगी को चक्कर आना,

रोगी का अचानक से अपने शरीर का नियंत्रण खोना, रोगी की आंखों की पलकें अजीब हो जाना, रोगी के मुंह से लार निकलना, रोगी का बहकी बहकी बातें करना, रोगी का अचानक से उठ कर भागना, रोगी को सांस लेने में परेशानी होना, रोगी की जाड़ बंद हो जाना, रोगी का संयम खोना, रोगी का सब कुछ भूल जाना,

रोगी का जोर जोर से चिल्लाना, रोगी की हाथ पैर में जकड़न होना, रोगी का किसी चीज को पटकना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं इसके अलावा भी रोगी में इसके कई अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं

बचाव Rescue

अगर किसी इंसान को दौरे आने की समस्या है तब उस इंसान को इस समस्या के बचाव के लिए कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि उसके लिए फायदेमंद हो सकती है क्योंकि अगर दौरा आने पर उस इंसान का सही से ख्याल नहीं रखा जाता तो उसको कुछ ऐसी समस्याएं होगी जिससे वह पूरे जीवन परेशान रहेगा

  • दौरा आने पर रोगी को एक जगह पर लेटा देना चाहिए
  • रोगी को अकेले बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए
  • रोगी को पानी आग बिजली से दूर रखना चाहिए
  • रोगी के ऊपर ज्यादा काम का बोझ नहीं डालना चाहिए
  • रोगी को कभी भी कार, बाइक आदि चलाने को नहीं देनी चाहिए
  • रोगी को ज्यादा एलोपैथिक दवाओं और नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
  • रोगी को बीड़ी सिगरेट तंबाकू कड़क चाय जैसी चीजें नहीं देनी चाहिए
  • रोगी के गुर्दे और लीवर आदि की जांच करवानी चाहिए
  • रोगी को सिर पर चोट लगने के तुरंत बाद डॉक्टर के पास जाना चाहिए
  • रोगी को ज्यादा खतरनाक एलोपैथिक दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए
  • रोगी को नहर, पुल, टब आदि में नहीं नहाना चाहिए
  • रोगी को भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचना चाहिए
  • रोगी को ड्रग्स शराब बीड़ी सिगरेट जैसी नशीली चीजों के का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए और नियमित रूप से व्यायाम आदि करने चाहिए
  • आपको अपनी नींद को जरूर पूरा करना चाहिए
  • आपको अपने ऊपर ज्यादा मानसिक तनाव चिंता क्रोध का प्रभाव नहीं होने देना चाहिए
  • दौरा पड़ने पर रोगी के हाथ पैरों की मालिश करनी चाहिए और दौरा पड़ने पर रोटी के दांतो के बीच चम्मच आदि डालनी चाहिए
  • दौरा पड़ने के बाद रोगी को पकड़कर लेटाएं रखना चाहिए और उसको उठकर नहीं भागने देना चाहिए

उपचार Treatment

लेकिन अगर आपके परिवार या आपके आसपास कोई ऐसा इंसान है जिसको बार-बार दौरे आने की समस्या है तब उसको किसी अच्छे डॉक्टर के पास जरूर ले जाना चाहिए क्योंकि इस समस्या का समय रहते इलाज न करवाया जाए तो इससे रोगी का पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है इसलिए इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी को अच्छा इलाज मिलना बहुत जरूरी है

इसके लिए डॉक्टर आपको अलग-अलग प्रकार के ट्रीटमेंट व दवाइयां देते हैं और आपको कई अलग-अलग प्रकार के टेस्ट भी करवाने होते हैं तभी जाकर आप का इलाज संभव हो पाता है अगर आपके आसपास किसी इंसान को यह समस्या हो जाती है तब उसको किसी अच्छे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए

क्योंकि बहुत सारे लोग इस समस्या के उत्पन्न होने पर झाड़-फूंक आदि में विश्वास करने लगते है जिससे रोगी को आगे चलकर इस समस्या से कई प्रकार की बीमारियां भी उत्पन्न होने लगती है इसलिए आपको झाड़-फूंक आदि में विश्वास नहीं करना चाहिए

दौरे पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार  क्या मिर्गी संक्रामक रोग है मिर्गी के दौरे आने पर क्या करना चाहिए मिर्गी की आयुर्वेदिक दवा बच्चों में दौरे के लक्षण मिर्गी के दौरे में क्या नहीं खाना चाहिए मिर्गी की अंग्रेजी दवा मिर्गी का होम्योपैथिक इलाज मिर्गी हॉस्पिटल इन इंडिया

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top