दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिर, दक्षिण भारत के मंदिर की विशेषताएं, भारतीय इतिहास में दक्षिण भारत के मंदिरों का क्या महत्व है, भारत के प्रसिद्ध मंदिर,
दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिर
1.तेली मंदिर –यह मंदिर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित है इस मंदिर का शिखर द्रविड़ शैली में बना हुआ है और पूरा मंदिर नागर शैली में बना हुआ है इस मंदिर का निर्माण राजा मिहिर भोज ने करवाया था
2.खजुराहो मंदिर – यह मंदिर मध्य प्रदेश में स्थित है इन मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने करवाया था मध्यप्रदेश में सांची स्तूप भी है जिसका निर्माण सम्राट अशोक ने करवाया था
3.सोनगिरी मंदिर- यह मंदिर भी मध्य प्रदेश में स्थित है यह मंदिर दिगंबर जैन का पवित्र स्थल है इस मंदिर में 108 जैन मंदिर है इन मंदिरों का निर्माण सफेद पत्थर से किया गया है
4.तिरुपति बालाजी मंदिर- यह मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित है यह भगवान विष्णु को समर्पित है यह भारत का सबसे धनी मंदिर है
5.मीनाक्षी मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु के वैगई नदी के किनारे स्थित है इसका निर्माण पांडे शासकों द्वारा किया गया है यह मंदिर माता पार्वती को समर्पित है इस मंदिर का निर्माण 16वी सदी में द्रविड़ वास्तुकला में किया गया था
6.बृहदेश्वर मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में स्थित है इसका निर्माण राजाराज प्रथम चोल शासक ने करवाया था इस मंदिर को राजराजेश्वर मंदिर भी कहा जाता है इस मंदिर में नंदी की विशाल प्रतिमा स्थित है यह मंदिर 80 टन के ग्रेनाइट टुकड़े से बना है
7.नटराज मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु में स्थित है इस मंदिर का निर्माण चोल शासकों ने करवाया था यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है
8.श्रीपुरम गोल्डन मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु के वेल्लोर में स्थित है इस मंदिर में 15000 किलो सोना लगा हुआ है यह मंदिर माता लक्ष्मी को समर्पित है 9.महाबलीपुरम मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है इन मंदिरों को रथ मंदिर भी कहा जाता है इस मंदिर का निर्माण नरसिंह वर्मन प्रथम ने करवाया था यह पल्लव शासक थे यह मंदिर एक ही पत्थर को काटकर बनाया गया है
10.शोर मंदिर- यह मंदिर मामल्लपुरम तमिलनाडु में स्थित है इस मंदिर को तटीय शिव मंदिर भी कहा जाता है तमिलनाडु में सबसे छोटा रथ मंदिर द्रोपती रथ मंदिर है
11.कांचीपुरम का मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु में स्थित है इसमें भगवान शिव तथा पार्वती के मध्य नृत्य प्रतियोगिता को दर्शाया गया है कांचीपुरम का कैलाश मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है
12.रामनाथ स्वामी मंदिर- यह मंदिर भी तमिलनाडु में स्थित है इस मंदिर को रामेश्वर मंदिर भी कहा जाता है इस मंदिर को विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है जब भगवान श्री राम लंका को जीतकर वापस जा रहे थे तब उन्होंने यहां पर भगवान शिव की पूजा की थी
13.विरुपाक्ष मंदिर- यह मंदिर कर्नाटक के पटकल में स्थित है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर को विश्व विरासत सूची में भी शामिल किया गया है
14.हजारा राम मंदिर- यह मंदिर हंपी कर्नाटक में स्थित है इस मंदिर को यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल किया गया है इस मंदिर का निर्माण कृष्ण देव राय ने करवाया था
15.गौतमेश्वर मंदिर- यह मंदिर श्रवणबेलगोला कर्नाटक में स्थित है इस मंदिर में भगवान बाहुबली की प्रतिमा है यह 22 साल बाद महामस्तकाभिषेक किया जाता है यह मंदिर जैनियों का पवित्र स्थल है
16.पदम नाथ स्वामी मंदिर- यह मंदिर तिरुवनंतपुरम, केरल में स्थित है यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है केरल में सबरीमाला मंदिर भी स्थित है
17.कामाख्या मंदिर- यह मंदिर गुवाहाटी असम में स्थित है यहां पर हर वर्ष एक विशाल मेला भी लगता है
18.बैकुंठ पेरूमल मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरा में स्थित है इस मंदिर का निर्माण शताब्दी में राजा नंदी वर्मन द्वितीय द्वारा करवाया गया था
19.जंबूकेश्वर मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु में स्थित है इस मंदिर का निर्माण दूसरी सदी में किया गया था
20.नल्लईअपार मंदिर- यह मंदिर तमिलनाडु के तिरुनलवली जिला में स्थित है इस मंदिर का निर्माण 700 ईसवी में अर्ली पांडियास ने करवाया था
21.काल भैरव मंदिर- यह मंदिर कर्नाटक में स्थित है इस मंदिर को राजराजेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है
22.धर्मस्थल मंदिर- यह मंदिर कर्नाटक राज्य के कन्नड़ जिला में स्थित है यहां पर लक्ष्यदीप उत्सव बहुत ही प्रसिद्ध है
23.वदकू नाथन मंदिर- यह मंदिर केरल के त्रिशूर शहर में स्थित है यह मंदिर 1300 साल पुराना है केरल के मुख्य शास्त्रीय नृत्य कथकली मोहिनीअट्टम इत्यादि हैं
24.सिद्धिविनायक मंदिर- यह मंदिर मुंबई महाराष्ट्र में स्थित है यह मंदिर भगवान गणेश जी को समर्पित है
25.कैलाश मंदिर- यह मंदिर एलोरा जिला के औरंगाबाद में स्थित है इसका निर्माण राष्ट्रकूट वंश के कृष्ण प्रथम ने 753 ईस्वी में करवाया था
26.दशावतार मंदिर- यह मंदिर उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के देवगढ़ में पड़ता है यह गुप्त काल का मंदिर है
27.पागल बाबा मंदिर- इस मंदिर का निर्माण स्वर्गीय पागल बाबा के अनुयायियों ने करवाया था यह मंदिर वृंदावन में स्थित है यहां पर कठपुतली के खेल के जरिए महाभारत और रामायण के दृश्यों को दिखाया जाता है
28.वैष्णो देवी मंदिर- यह मंदिर जम्मू कश्मीर में स्थित है यह मंदिर शक्ति को समर्पित है
29.केदारनाथ मंदिर- यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है इस मंदिर का निर्माण पांडव वंश के जनमेजय ने करवाया था यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है
30.बद्रीनाथ मंदिर- यह मंदिर उत्तराखंड राज्य में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है इस मंदिर का निर्माण 7वीं सदी में आदि शंकराचार्य ने करवाया था
31.दिलवाड़ा जैन मंदिर- यह राजस्थान राज्य के सिरोही जिले के माउंट आबू नगर में स्थित है इस मंदिर का निर्माण वास्तु पाल और तेजपाल ने 11वीं 13 वीं शताब्दी तक करवाया था यह मंदिर जैन धर्म के अनुयायियों का हैं
32.ब्रह्मा मंदिर- यह राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में स्थित है14 वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा राज्य है
33.जगन्नाथ मंदिर- यह मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी शहर में स्थित है इसका निर्माण राजा इंद्रद्युम्न ने सातवीं सदी में करवाया था इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण बलराम और सुभद्रा की मूर्ति स्थापित है
34.कोणार्क मंदिर- यह मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी जिले में स्थित है इसका निर्माण नरसिंह देव प्रथम ने 13वीं शताब्दी में करवाया था यह गंग वंश के थे इस मंदिर में भगवान सूर्य देव की पूजा की जाती है
35.काशी विश्वनाथ मंदिर – यह मंदिर वाराणसी में स्थित है इस मंदिर का निर्माण महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था
36.सोमनाथ मंदिर- यह मंदिर गुजरात के वेरावल में स्थित है 1024 में इस मंदिर को महमूद गजनवी ने नष्ट कर दिया था
37.स्वामीनारायण मंदिर- यह मंदिर नई दिल्ली में स्थित है इस मंदिर को अक्षरधाम के नाम से भी जाना जाता है यह बहुत ही भव्य मंदिर है क्षेत्रफल की दृष्टि से यह सबसे बड़ा मंदिर है
38.गोल्डन टेंपल- यह पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित है गुरु राम दास ने 1585 में इसका निर्माण करवाया था इस मंदिर को बनवाने का पूरा काम और वास्तुकला गुरु अर्जुन देव ने की थी
39.पशुपतिनाथ मंदिर- यह मंदिर नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित है इस मंदिर का निर्माण16 वीं शताब्दी में राजा प्रताप मल्ल ने कराया था
40.सास बहू का मंदिर- यह मंदिर मध्य प्रदेश ग्वालियर में स्थित है इस मंदिर का निर्माण राजा महिपाल और रतनपाल ने कराया था
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