क्रिसमस क्यों मनाया जाता है

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है क्रिसमस का इतिहास क्रिसमस कैसे बनाते हैं 

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है 

क्रिसमस ईसाई धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता है या हर साल 25 दिसंबर को दुनिया के अधिकांश देशों मनाया जाता है क्रिसमस शब्द का जन्म क्रश शब्द से हुआ है और ऐसा माना जाता है कि 326 ईसा पूर्व में रोम में सबसे पहले क्रिसमस डे मनाया गया था इस दिन लोग एक दूसरे को तोहफे देते हैं और पार्टी करते हैं | क्रिसमस क्यों मनाया जाता है |

 क्रिसमस का इतिहास 

बाइबल के अनुसार माता मरियम के गर्भ से ईसाई धर्म के ईसा मसीह का जन्म हुआ था ईसा मसीह के जन्म से पूर्व माता मरियम कुवारी थी उनकी सगाई गांव के राजवंशी युसूफ नामक व्यक्ति से हुआ था एक दिन माता मरियम के पास स्वर्ग दूत आए और उन्होंने कहा कि तुम्हारे जल्दी एक संतान होगी उसका नाम जीसस रखना है  वह बड़ा होकर एक राजा बनेगा और उसके राज्य की कोई सीमा नहीं होगी वह इस संसार को कष्टों से मुक्ति का रास्ता दिखलाएगा इसके बाद माता मरियम ने कहा कि अभी तो मैं अविवाहित हूं ऐसे में यह कैसे संभव है उन्होंने कहा यह सब एक चमत्कार के माध्यम से होगा

इसके बाद जल्द ही मरियम और युसूफ की शादी हो गई और वह बेताल स्थान पर रहने लगे यहीं पर  वेतलहल जगह पर ईसा मसीह का जन्म हुआ उस दिन एक तारा सबसे अधिक चमक रहा था इस बात से लोगों को यह एहसास हो गया था कि  रोम के अत्याचारों से  बचाने वाले मसीहा ने जन्म ले लिया है ईसा मसीह के जन्म उत्सव को आज लोग क्रिसमस के रूप में मनाते हैं ईसा मसीह लोगों को एकता और भाईचारे की सीख दी थी उन्होंने लोगों को भगवान के करीब रहने का मार्ग दिखाया ईसा मसीह ने क्षमा करने और क्षमा मांगने पर जोर दिया 

सांता क्लॉस 

सांता क्लॉस क्रिसमस की पहचान बन चुका है सांता क्लॉज की छवि एक गोल मटोल आदमी की तरह है जो कि हमेशा लाल कपड़े पहन कर रखता  है वह बच्चों को गिफ्ट देने के लिए अपनी सलेट पर बैठकर आता है माना जाता है कि 14वीं शताब्दी में निकोज नाम   का संत  तुर्की के मीरा नामक शहर में रहते थे  वह असली सांता  थे वह गरीबों को उपहार दिया करते थे उस समय लोग उनका बहुत ही आदर और सम्मान करते थे कुछ समय से सांता क्लॉज की परिकल्पना की जाने लगी 

क्रिसमस ट्री 

जब भगवान ईसा मसीह का जन्म हुआ तो उस समय  सभी देवताओं ने देखने के लिए आए थे और उनके माता-पिता को बधाई देने के लिए आए थे उस दिन से क्रिसमस के मौके पर सदाबहार  के पेड़ को सजाया जाता है और इसे क्रिसमस ट्री  कहा जाता है इसमें दिन को सजाने की शुरुआत करने वाला पहला व्यक्ति  भोनी फैंस  टू यू नामक एक अंग्रेज धर्म प्रचारक था यह पहली बार जर्मनी में 10 वीं शताब्दी के बीच शुरू हुआ | क्रिसमस क्यों मनाया जाता है |

क्रिसमस कैसे बनाते हैं 

क्रिसमस त्योहार से कई दिन पहले ईसाई धर्म के समुदायों द्वारा क्लोज गाया जाता है और परखने की जाती है दुनिया के सारे गिरजा घरों में इस दिन यीशु के जन्म की झांकियां निकाली जाती है 24 और 25 दिसंबर के बीच के समय पूरी रात आराधना की जाती है इस समय भक्ति भाव  गीत गाए जाते हैं दूसरे दिन सुबह की जन्मदिन का समारोह शुरू होता है इस दिन गिरजाघरो में मंगल कामना का प्रतीक क्रिसमस ट्री सजाया जाता है

ईसाई धर्म में लोग इस त्यौहार को दिवाली की तरह मनाते हैं आज क्रिसमस जितना धार्मिक है उतना ही सामाजिक पर्व बन गया है कई गैर ईसाई लोग भी इसे एक धर्म निरपेक्ष सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाते हैं इस अवसर पर सभी व्यवसायिक गतिविधियां अपनी चरम सीमा पर रहती है इस दौरान मिठाई चॉकलेट ग्रीटिंग कार्ड क्रिसमस पेड़ सजावटी वस्तुएं आदि भी परिवारिक सदस्यों दोस्तों रिश्तेदारों और पड़ोसियों को देने की परंपरा है

इस दिन पर सभी एक संस्कृति अवकाश का लुफ्त उठाते हैं तथा इस अवसर पर सभी सरकारी ,स्कूल, कॉलेज विश्वविद्यालय. शिक्षण ,संस्था, परीक्षण केंद्र तथा गैर सरकारी संस्थाएं बंद रहती है तथा अन्य राष्ट्रमंडल देशों में अगला दिन यानी कि 26 सितंबर को बॉक्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है  इस दिन केक का विशेष महत्व होता है | क्रिसमस क्यों मनाया जाता है |

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