बदहजमी या अपच के लक्षण कारण व उपचार
जैसा कि आप सभी जानते हैं आजकल का खानपान बिल्कुल बदल चुका है और इस बदलते हुए खान-पान के कारण हमारे शरीर में कई समस्याएं व बीमारियां उत्पन्न हो रही है इस बदलते हुए भोजन के कारण ही हमारे शरीर में कई बार भोजन न पचने की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है जो कि एक बहुत बड़ी समस्या है .
इसके पीछे हमारे शरीर में कई और बीमारियां भी दस्तक दे सकती हैं तो आज के इस ब्लॉग में हम इसी समस्या के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि भोजन न पचने के क्या क्या कारण होते हैं इसको कैसे ठीक किया जाता है और इस समस्या से बचने के उपाय आदि के बारे में.
भोजन न पचना
अगर किसी को खाया पिया हुआ भोजन नहीं पचता है तो उसको सामान्य या आम भाषा में अपच या बदहजमी कहा जाता है जब किसी इंसान में यह समस्या उत्पन्न होती है तब उस इंसान के शरीर में खाया हुआ भोजन ठीक से नहीं पच पाता जिससे रोगी की भूख तो कम हो जाती है लेकिन भोजन से मिलने वाले पोषक तत्व रोगी का शरीर सही से ग्रहण नहीं कर पाता और आपने कई बार सुना भी होगा कि कई लोग बोलते हैं कि मेरे पेट में दिक्कत है या मेरे पेट में भारीपन महसूस हो रहा है यह समस्या सामान्य तौर पर अपच की समस्या होने के कारण होती है और कई बार इस समस्या में रोगी का भोजन करने का भी मन नहीं होता और जब इस समस्या में रोगी भोजन करता है तब बदहजमी के चलते उल्टी के द्वारा बाहर गिर जाता है या फिर दस्त के द्वारा जल्दी निकल जाता है
भोजन न पचने के कारण
जब किसी इंसान में भोजन न पचने की समस्या उत्पन्न हो जाती है तब इस समस्या के पीछे बहुत सारे कारणों का हाथ होता है जैसे अधिक तली भुनी हुई चीजों का सेवन करना, भोजन बिना तो चबाय जल्दी-जल्दी खाना, ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन करना, हमेशा एक जगह पर बैठे रहना, ज्यादा कठोर व देर से पचने वाले भोजन का सेवन करना, एकदम गरम भोजन करने के बाद ठंडा पानी पीना, दिन में सोना व रात में जागते रहना, भोजन करने के तुरंत बाद सो जाना, यकृत व पित्ताशय में खराबी होना, अधपके भोजन का सेवन करना, ज्यादा उत्तेजक पदार्थों का सेवन करना जैसे चाय, शराब, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट आदि, ज्यादा मानसिक व शारीरिक कार्य करना, भूख से ज्यादा भोजन करना, भोजन करने के तुरंत बाद हस्तमैथुन या संभोग करना यह कुछ ऐसे कारण हैं जिनसे किसी भी इंसान में भोजन न पचने की समस्या उत्पन्न हो सकती है
भोजन न पचने के लक्षण
जब किसी भी इंसान को भोजन न पचने की समस्या उत्पन्न हो जाती है तब रोगी के अंदर कई प्रकार के लक्षण भी देखने को मिलते हैं जैसे पेट में भारीपन रहना, पेट में गैस बनना, खट्टी डकार आना, भूख न लगना, शरीर में सुस्ती बने रहना, जी मिचलाहट व उल्टी आना, पेट फुला हुआ रहना, पेट में जलन रहना, मुंह में खट्टा पानी आना, भूख न लगना, सिर दर्द रहना, शरीर में आलस कमजोरी व थकावट रहना, कब्ज़ रहना या बार बार दस्त आना ये कई प्रकार के ऐसे लक्षण हैं जो कि बदहजमी की समस्या उत्पन्न होने पर दिखाई देते हैं
क्या-क्या खाना चाहिए
अगर किसी इंसान में भोजन न पचने व बदहजमी की समस्या है तब रोगी को खाने पीने की चीजों के ऊपर भी ध्यान देने की बहुत ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि अगर वह लगातार नियमित रूप से गलत भोजन का सेवन करता है तब उसको और भी कई बीमारियां लग सकती है
- रोगी को हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए
- रोगी को दलिया चावल व चोकर युक्त हल्की रोटियों का सेवन करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा ही ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे तोरई, लौकी, भिंडी, ककड़ी, शलगम, प्याज, मूली आदि
- रोगी को मीठे फलों का सेवन करना चाहिए जैसे पपीता, केला, अनार, नाशपाती आदि
- रोगी को भोजन में दालों को शामिल करना चाहिए
क्या नहीं खाना चाहिए
- रोगी को तले भुने हुए भोजन से परहेज करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा मिर्च मसालेदार व खटाई युक्त भोज्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए
- रोगी को बासी वह बे मौसमी खाना नहीं खाना चाहिए
- रोगी को ज्यादा आम, इमली, संतरा व अंगूर आदि नहीं खानी चाहिए
- रोगी दूध, चाय, कॉफी, बीड़ी, सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए
- रोगी के भोजन में ज्यादा तेल, घी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स व प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
क्या-क्या करना चाहिए
- रोगी को हर रोज सुबह सुबह हल्के-फुल्के व्यायाम करने चाहिए
- रोगी को हर रोज सुबह सैर करनी चाहिए या खुली हवा में सांस लेनी चाहिए
- रोगी को भोजन करने के बाद थोड़ा बहुत घूमना चाहिए
- रोगी को जितनी भूख हो उससे कम भोजन करना चाहिए
- रोगी को सोने से लगभग 1 घंटे पहले भोजन करना चाहिए
- रोगी को रात के समय हल्का भोजन करना चाहिए
- रोगी को हल्के फुल्के काम ही करने चाहिए
- रोगी को टाइम पर खाना खाना चाहिए
- रोगी को कब्ज की शिकायत दूर करनी चाहिए
क्या नहीं करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए
- रोगी को भोजन करते ही तुरंत परिश्रम नहीं करना चाहिए
- रोगी को भोजन करते ही पानी नहीं पीना चाहिए
- रोगी को भोजन के साथ पानी व लस्सी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
- रोगी को भोजन करते ही तुरंत नहीं सोना चाहिए
- रोगी को भूख से ज्यादा भोजन नहीं करना चाहिए
- रोगी को खाली पेट तली हुई व मीठी चीजों को नहीं खाना चाहिए
- रोगी को बार-बार भोजन करने से बचना चाहिए वह एक बार ही भोजन करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा कठोर भोजन नहीं करना चाहिए
उपचार
फिर भी अगर आपको बदहजमी या अपच की समस्या उत्पन्न हो जाती है तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए वह डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए या आप कुछ आयुर्वेदिक औषधियों व दवाइयों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है इन सभी चीजों को आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें.
यदि पाचन शक्ति को तीव्र करना हो तो-सोंठ, हरड़ और पुराना गुड़ प्रत्येक को समान मात्रा में लेकर आधा चम्मच की मात्रा में लेकर ताजा पानी के साथ सेवन करना चाहिए। भोजन के साथ सेंधा नमक मिलाकर अदरक लेना भी अच्छा रहता है। कच्चे पपीता की सब्जी, कच्ची गिरी व कच्चे नारियल का पानी भी फायदा करता है।
काली जीरी, राई और पुराना गुड़ प्रत्येक समान मात्रा में लेकर जंगली बेर के आकार की गोलियाँ बनकर सुरक्षित रख लें। यह एक गोली पानी के साथ सेवन करने से अजीर्ण दूर होता है तथा खाया-पिया पच जाता है।
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