मधुमक्खियों के काटने के कारण लक्षण बचाव व उपचार
हमारी धरती के ऊपर छोटे बड़े अनेक प्रजातियों के अलग-अलग प्रकार की जीव कीटाणु है जो की बहुत साधारण होते हैं लेकिन इनमें बहुत ज्यादा जहर होता है अगर यह किसी इंसान को काट लेते हैं तब उस इंसान को कुछ समय के लिए परेशान कर सकते हैं और कई बार इन के कारण रोगी की मौत भी होती है इसी तरह से मधुमक्खी भी इन्हीं प्रजातियों में आने वाली जहरीली मक्खी होती है जिस के डंक मारने पर रोगी को बहुत सारी परेशानी हो सकती है तो इस ब्लॉग में हम मधुमक्खी के डंक मारने से संबंधित बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको मधुमक्खी के डंक मारने के कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे.
मधुमक्खी का डंक मारना
Bee sting in Hindi – वैसे तो मधुमक्खी को हमारे देश के अलग-अलग भागों में अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है लेकिन हिंदी में इसको मधुमक्खी के नाम से ही जाना जाता है मधुमक्खी का शहद खाने में जितना स्वादिष्ट और मीठा होता है उसी तरह से इसके डंक मारने पर रोगी को परेशानी भी उतनी ही ज्यादा होती है क्योंकि कई बार हमारी किसी गलती के कारण मधुमक्खी हमारे शरीर के किसी भी भाग पर डंक मार देती है जिससे हमारे शरीर में सूजन, दर्द, जुंझ जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है वैसे तो मधुमक्खी किसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं करती बल्कि वह अपने खुद की सुरक्षा के लिए डंक मारती है और मधुमक्खी के डंक में जहर होता है
जिससे रोगी के शरीर में संक्रमण हो जाता है वैसे तो बहुत सारे लोगों को मधुमक्खी के डंक से इतना ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन कुछ लोगों के शरीर में मधुमक्खी के डंक का जहर बहुत तेजी से फैलता है और समय पर इलाज न मिलने पर रोगी की मौत भी हो जाती है वैसे सामान्य तौर पर देखा जाए तो मधुमक्खी के काटने पर काटे गए स्थान के आसपास सूजन आ जाती है और उसके ऊपर हल्की हल्की खुजली होती है और लगभग 2 दिन बाद में सूजन अपने आप ठीक हो जाती है
मधुमक्खी के डंक मरने के क्या कारण है ?
What causes a bee sting to die? in Hindi – मधुमक्खी के डंक मारने के कारणों के बारे में बात की जाए वैसे तो इसके कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं क्योंकि कई बार हमारी किसी गलती के कारण हमें मधुमक्खी डंक मार देती है लेकिन कई बार हम जानबूझकर मधुमक्खी को परेशान करने लगते हैं और इसी के कारण मधुमक्खी अपने बचाव के लिए डंक मारती है कई बार मधुमक्खियों के छत्ते को हिलाने उसको किसी वजह से छेड़ने आदि पर भी मधुमक्खियां डंक मार देती है
इसके अलावा बहुत सारे लोग मधुमक्खियों के शहद को निकालने के लिए भी उनसे उन्हें परेशान करते हैं और फिर मधुमक्खी डंक मार देती है इसके अलावा भी कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं लेकिन मधुमक्खी कभी जानबूझकर नहीं मारती व अपने बचाव के लिए ही डंक मारती है
मधुमक्खी के डंक मरने के क्या लक्षण है ?
What are the symptoms of a bee sting? in Hindi – अगर मधुमक्खियों के काटने के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो जब भी किसी इंसान को कोई मधुमक्खी डंक मारती है तब सबसे पहले वहां पर अचानक से तेज दर्द होता है उसके बाद में रोगी के काटे गए स्थान पर बिल्कुल छोटा कांटा दिखाई देता है लेकिन कई बार मधुमक्खी के काटने पर मधुमक्खी का कांटा वहां नहीं छूटता कुछ समय पश्चात मधुमक्खी काटे गए स्थान पर अचानक से सूजन आनी शुरू हो जाती है
और धीरे-धीरे दो-तीन घंटे बाद काटे गए स्थान पर बहुत ज्यादा सूजन आ जाती है काटे गए स्थान पर तेज खुजली होने लगती है इसके अलावा बहुत सारे लोगों में सर दर्द बुखार व बेचैनी भी होने लगती है और कई लोगों को मधुमक्खी के काटने पर रिएक्शन होता है उन लोगों को तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए
अगर मधुमक्खी के काटने पर आपके शरीर में रिएक्शन हो जाता है तब इससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है जब किसी इंसान को मधुमक्खी के काटने पर रिएक्शन होता है तब उसके शरीर में झुनझुनाहट होती है रोगी को चक्कर आने लगता है इसके अलावा रोगी को बेहोशी, बेचैनी, घबराहट होती है रोगी के पूरे शरीर पर खुजली होने लगती है इसके अलावा रोगी को सांस लेने व देखने में भी परेशानी होती है इसके अलावा भी अलग-अलग रोगियों में मधुमक्खी के अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं
मधुमक्खी के डंक मरने के बचाव कैसे करे ?
How to prevent bee sting? in Hindi – अगर आपके घर के आसपास मधुमक्खियां रहती है तब आप मधुमक्खियों के डक से बचने के लिए कुछ ऐसी बातों का ध्यान रख सकते हैं जो कि आपके लिए फायदेमंद हो सकती है जैसे
- आपको कभी भी मधुमक्खियों के झुंड के आसपास नहीं जाना चाहिए
- आपको कभी भी मधुमक्खियों के छत्ते को नहीं उड़ाना चाहिए
- आपको मधुमक्खियों के काटने पर तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए
- अगर आपकी शरीर में मधुमक्खियों के काटने पर रिएक्शन होता है तब आपको इससे बचने के लिए कुछ टेबलेट या टीके अपने पास हर वक्त जरूर रखनी चाहिए
- मधुमक्खियों के छत्ते के पास जाते समय आपको उससे बचने के लिए सभी प्रकार की चीजें जैसे टोपी जताने जूते फुल कपड़े आदि पहने चाहिए
- अगर आपके शरीर में मधुमक्खी के डंक मारने पर झुनझुनाहट घबराहट बेचैनी खुजली जैसी समस्या दिखाई दे रही है तब आपको तुरंत जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास जाना चाहिए
- मधुमक्खी के काटने पर आपको काटे गए स्थान पर उसका डंक दिखाई देता है जिसको यदि आप तुरंत निकाल देते हैं तब आपके शरीर पर उसका जहर ज्यादा नहीं फैलता और आपको सूजन भी कम होती है और आपको दर्द भी नहीं होता
- मधुमक्खी के डंक वाली जगह पर आप और एंटीसेप्टिक साबुन लगाकर त्वचा को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए
- अगर आप को मधुमक्खी काटती है तब आपको उस से राहत पाने के लिए बर्फ या ठंडे पानी के साथ सेंकना चाहिए
- मधुमक्खी के काटने पर आपको बेकिंग सोडा लगाना चाहिए जो कि आप की खुजली दर्द व सूजन को कम करने में मदद करता है
- यदि आपके शरीर पर कोई मधुमक्खी काट लेती है तब आपको तुरंत उस स्थान पर टूथपेस्ट लगा देना चाहिए
लेकिन फिर भी अगर आपको गलती से कोई मधुमक्खी काट लेती है और आपके शरीर में झुनझुनाहट खुजली व बेचैनी होने लगती है तब आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि यह सभी आपके शरीर में मधुमक्खी के डंक के जहर से होने वाले रिएक्शन के लक्षण होते हैं इसमें देरी करना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है
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